Earning per share ( EPS ) -
ईपीएस से हमें यह पता चलता है कि किसी भी कंपनी में हमें भविष्य में प्रत्येक शेयर पर कितना फायदा होने वाला है
Company Total profit
EPS = ---------------------------------------------
Company share in market
Example :
If 1 year in -
- Company share in market 1 crore
- Net profit 10 lacs
10Lacs
So that called EPS = ------------------- = 0.1 EPS
1 crore
Price Earning Ratio ( PE ratio ) -
PE Ratio के द्वारा हमें यह पता चलता है कि हम किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट किए गए राशि का कब तक कितना राशि प्राप्त होगा !
किसी भी कंपनी के लिए PE ratio बहुत मायने रखता है आइए जानते हैं PE Ratio के कुछ उदाहरण -
Share Price
PE Ratio = ----------------------
EPS
Example:
अगर आप के Share Price ₹100 है और EPS ₹5 है तब आपका PE Ratio -
100
---------------- = 20 PE
5
अगर प्रॉफिट कांस्टेंट है तब हमारा 100 का शेयर 20 years में ₹5 के EPS पर ₹100 रिकवर होने में 20 साल लगेंगे !
''ध्यान दें अगर आप किसी भी कंपनी का PE Ratio किसी दूसरी कंपनी से तुलना करते हैं तो आपको यह ध्यान देना होगा कि दूसरी कंपनी भी पहली कंपनी के सेक्टर में काम करने वाली कंपनी होनी चाहिए यानी तुलना करते समय कंपनियों की इंडस्ट्री एक ही इंडस्ट्री में आने चाहिए !''
Price Earning Growth Ratio ( PEG Ratio ) -
Pag Ratio के द्वारा हम यह पता करते हैं कि अभी शेयर में किस तरह के बदलाव हो रहे हैं यानी कि शेयर अधिक खरीदा जा रहा है या शेयर अधिक बेचा जा रहा है यह वह अपने आइडियल पर स्थित है !
PE Ratio
PEG RATIO = -------------------------
EPS Growth
Example:
किसी कंपनी का शेयर ₹100 का है और EPS 5 है तब PE 20 होगा इस कंपनी का ग्रोथ 20% का है तब
PEG Ratio :
20
-------- = 1
20
PEG Ratio < 0.5 = Strong Buy
PEG Ratio <1.0 = Buy
PEG Ratio 1.0 = ideal
PEG Ratio >1 = Sell
PEG Ratio >2 = Strong Sell
या दूसरे शब्दों में यह कह सकते हैं कि आने वाले समय में कंपनी के फायदे या नुकसान का अनुमान PEG Ratio द्वारा लगाया जा सकता है !
Company Debit ( DE ) -
Two types of company Debit - Short term Debit ( STD ) and Long term debit ( LTD ) .
Total debt
Debt ratio = ---------------------
Total assets
Debit Ratio = 1 means ideal
Debit Ratio = <1 company has more capital
Debit Ratio = >1 company debit is more than capital
- Bank,Steel,power the generally have debit >1 Ratio. क्योंकि यह हमेशा लोन लेकर ही काम करते हैं !
- Retail software service generally have debit <1 Ratio.
Price to book Value Ratio ( PBV Ratio ) =
प्राइस टू बुक वैल्यू हमें यह बताता है कि अभी जो शेयर प्राइस है और कंपनी का टोटल कैपिटल दोनों में कितना अंतर है आसान शब्दों में कहें तो कंपनी का मार्केट शेयर प्राइस कहीं कंपनी के टोटल कैपिटल से अधिक तो नहीं ,
कुछ सेक्टर ऐसे हैं जिसमें कंपनी का प्राइस टू बुक वैल्यू रेशों हमेशा कंपनी की टोटल एसिड से कम ही होता है वैसे तो अच्छा तभी माना जाता है प्राइस टू बुक वैल्यू रेशों को जब वह कंपनी की टोटल बर्थ से बराबर अथवा दोगुना हो ,
आइए उदाहरण से समझते हैं किसी कंपनी का टोटल कैपिटल 1000000 नंबर ऑफ शेयर 500000 और मार्केट प्राइस ₹9 हो तो प्राइस टू बुक वैल्यू रेशियो निम्न प्रकार से होगा -
Total Assets = 10 Lakh
Total No of company share = 5 Lakh
Company Market price ( cmp ) = 9
So,
10L
PBV = ----- = 2 pbv
5L
अब हम यदि प्रत्येक शेयर के हिसाब से कंपनी का प्राइस to बुक वैल्यू प्रति शेयर निकाले तो -
Cmp 09
PBV / Share = --------- = ----- = 4.5
Bv 02
इसका मतलब कंपनी का टोटल कैपिटल के 4.5 गुना अधिक है शेयर प्राइस
अब हम बात करें आइडियल प्राइस टू बुक वैल्यू की तो क्यों " 1 or 2 " आइडियल प्राइस टू बुक वैल्यू है !
PBV < 1 =
PBV > 2 =